नई दिल्ली, 5 सितंबर, 2023 - भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर ताजा हमला करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आज दावा किया कि राष्ट्रपति भवन में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज के निमंत्रण पर ' इंडिया के राष्ट्रपति' की जगह 'भारत के राष्ट्रपति' लिखा हुआ था। इस खुलासे ने 9 से 10 सितंबर तक राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन से पहले विवाद और राजनीतिक बहस छेड़ दी है।
रमेश
ने अपनी चिंताओं को व्यक्त करने
के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, "राष्ट्रपति
भवन ने 9 सितंबर को जी20 रात्रिभोज
के लिए सामान्य ' इंडिया के राष्ट्रपति' के बजाय 'भारत
के राष्ट्रपति' के नाम पर
निमंत्रण भेजा है। अब संविधान में
अनुच्छेद 1 पढ़ सकता है: ' इंडिया, जो भारत था,
राज्यों का एक संघ
होगा। लेकिन अब इस 'राज्यों
के संघ' पर भी हमला
हो रहा है।"
Mr. Modi can continue to distort history and divide India, that is Bharat, that is a Union of States. But we will not be deterred.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 5, 2023
After all, what is the objective of INDIA parties?
It is BHARAT—Bring Harmony, Amity, Reconciliation And Trust.
Judega BHARAT
Jeetega INDIA! https://t.co/L0gsXUEEEK
G20 शिखर
सम्मेलन एक हाई-प्रोफ़ाइल
अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम है जिसमें अमेरिकी
राष्ट्रपति जो बिडेन सहित
दुनिया भर के कई
राष्ट्राध्यक्षों के भाग लेने
का कार्यक्रम है। जयराम रमेश की टिप्पणी प्रधान
मंत्री नरेंद्र मोदी पर निर्देशित थी,
जिन पर उन्होंने इतिहास
को विकृत करने और भारत को
विभाजित करने का आरोप लगाया
है।
रमेश
ने एकता और सद्भावना को
आगे बढ़ाते हुए कहा कि उनका मानना
है कि अस्तित्व में
रहना चाहिए, "आखिरकार, इंडिया की पार्टियों का
उद्देश्य क्या है? यह भारत है-
सद्भाव, मैत्री, मेल-मिलाप और विश्वास लाओ।
जुड़ेगा इंडिया! जीतेगा भारत!"
Union minister @dpradhanbjp shares the invitation with 'President of Bharat' written on it.#G20Summit2023 pic.twitter.com/mRXLKSilYD
— Press Trust of India (@PTI_News) September 5, 2023
संबंधित
घटनाक्रम में असम के मुख्यमंत्री हिमंत
बिस्वा सरमा ने आधिकारिक संदर्भों
में 'भारत' के उपयोग के
लिए अपना समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "भारत गणराज्य - खुश और गौरवान्वित है
कि हमारी सभ्यता साहसपूर्वक अमृत काल की ओर आगे
बढ़ रही है।"
यह
विवाद आप के राज्यसभा
सांसद संजय सिंह के पहले के
बयानों के बाद आया
है, जिन्होंने आरोप लगाया था कि मोहन
भागवत के नेतृत्व वाला
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) देश के संविधान में
'इंडिया' शब्द को हटाकर उसकी
जगह 'भारत' शब्द को बदलना चाहता
है। ' सिंह ने डॉ. भीमराव
अंबेडकर द्वारा संविधान में "इंडिया दैट इज़ भारत" के इस्तेमाल का
संदर्भ दिया और इस तरह
के बदलाव के पीछे के
उद्देश्यों पर सवाल उठाया।
VIDEO | "BJP and RSS hate Dr Bhimrao Ambedkar and the Dalits of this country. I want to warn BJP and RSS not to play with the Constitution of India," says AAP MP @SanjayAzadSln on purported debate over 'India' word in the Constitution. pic.twitter.com/HIMpNwbQlS
— Press Trust of India (@PTI_News) September 5, 2023
मोहन
भागवत ने इस महीने
की शुरुआत में "इंडिया" के बजाय "भारत"
नाम के इस्तेमाल की
वकालत की थी और
जनता के बीच इसकी
व्यापक स्वीकृति का आह्वान किया
था।
आधिकारिक
निमंत्रणों और चर्चाओं में
'भारत' के इस्तेमाल को
लेकर विवाद गहराता जा रहा है
जिससे देश की पहचान और
इसके ऐतिहासिक संदर्भ पर महत्वपूर्ण सवाल
खड़े हो गए हैं।
जैसा कि भारत जी20
शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने
की तैयारी कर रहा है,
यह बहस राजनीतिक नेताओं, विद्वानों और नागरिकों का
ध्यान आकर्षित करते हुए सुर्खियों में बने रहने का वादा करती
है।
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