गुरुवार को दिए गए एक तीखे बयान में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने अपने आधिकारिक आवास के नवीनीकरण पर ₹45 करोड़ की भारी-भरकम राशि खर्च करने के आरोपों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए केजरीवाल ने एक उत्तेजक सवाल उठाया और चुनौती दी कि अगर मामले की जांच करने वाली केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) आगे की कार्रवाई के लिए कोई सबूत उजागर करने में विफल रही तो क्या प्रधान मंत्री मोदी अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
केंद्रीय
गृह मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण
घटनाक्रम में इस सप्ताह की
शुरुआत में आरोपों की सीबीआई जांच
का आदेश दिया था। ये आरोप भारतीय
जनता पार्टी (भाजपा) ने लगाए थे
जिसमें दावा किया गया था कि कोविड-19
महामारी की गंभीर अवधि
के दौरान दिल्ली सरकार ने प्रधान मंत्री
के आधिकारिक आवास के नवीनीकरण पर
₹45 करोड़ की भारी राशि
खर्च की थी। जांच
एजेंसी ने तेजी से
कथित अनियमितताओं की प्रारंभिक जांच
दर्ज की।
केजरीवाल
ने सीबीआई स्तर की जांच शुरू
करने के फैसले का
स्वागत करते हुए अटूट विश्वास जताया कि जांच एजेंसी
को "कुछ नहीं मिलेगा।" उन्होंने जोर देकर कहा "चाहे कितनी भी फर्जी जांच
शुरू कर दी जाए,
केजरीवाल झुकेंगे नहीं" और उन्होंने सुझाव
दिया कि सामने आ
रही जांच के आलोक में
पीएम मोदी "घबराए हुए" लग रहे हैं।
अब इन्होंने CM आवास की CBI जाँच शुरू करवा दी।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 28, 2023
प्रधानमंत्री जी घबराए हुए हैं। ये उनकी घबराहट दिखाता है।
मेरे ख़िलाफ़ enquiry कोई नई बात नहीं है। अभी तक मेरे ख़िलाफ़ पिछले 8 साल में 50 से ज़्यादा मामलों में enquiry करवा चुके हैं। बोले केजरीवाल ने स्कूल बनवाने में घोटाला कर… pic.twitter.com/rPtIpUcU4Y
दिल्ली
के मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी
की विश्वसनीयता को चुनौती देते
हुए कहा 'जिस तरह पिछली सभी जांचों में कुछ नहीं मिला उसी तरह अगर इस जांच में
भी कुछ नहीं मिला तो क्या वह
(पीएम मोदी) झूठी जांच शुरू करने के लिए इस्तीफा
देंगे?' केजरीवाल ने कहा कि
मुख्यमंत्री के रूप में
उनके कार्यकाल के दौरान शराब
नीति, शिक्षा और परिवहन जैसे
मुद्दों पर उनसे 50 से
अधिक बार पूछताछ की गई थी।
"उन्होंने
मेरे खिलाफ 33 से अधिक मामले
दर्ज किए। वे पिछले 8 वर्षों
से जांच कर रहे हैं,
जब से मैं दिल्ली
का मुख्यमंत्री बना हूं लेकिन कुछ भी नहीं मिला।
उन्होंने यह नई जांच
शुरू की है। उन्होंने
ज़ोर देकर कहा मैं इसका भी स्वागत करता
हूं, क्योंकि कुछ भी नहीं होगा।"
बीजेपी
ने शुरुआत में दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते
हुए कहा था कि मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास
के नवीनीकरण पर लगभग ₹45 करोड़
खर्च किए गए हैं। इसके
बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के
मुख्य सचिव को मामले की
जांच करने का आदेश दिया।
बाद की रिपोर्ट में
प्रथम दृष्टया नवीनीकरण कार्य में अनियमितताएं पाई गईं जिसके बाद सक्सेना ने मामले की
सीबीआई जांच की सिफारिश की।
जैसे-जैसे जांच सामने आएगी दिल्ली में राजनीतिक परिदृश्य गर्म होने की संभावना है।
अरविंद केजरीवाल की प्रधानमंत्री को
चुनौती ने पहले से
ही तनावपूर्ण माहौल में तनाव की एक और
परत जोड़ दी है।
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