भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रोमांचक फाइनल मैच में श्रीलंका को 19 रन से हराकर एशियाई खेल 2023 में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। यह ऐतिहासिक उपलब्धि मैदान पर टीम के दृढ़ संकल्प और कौशल का प्रमाण है।
A historic selfie 🤳 with the 𝙂𝙊𝙇𝘿 𝙈𝙀𝘿𝘼𝙇𝙇𝙄𝙎𝙏𝙎 🥇👌🏻#TeamIndia | #AsianGames | #IndiaAtAG22 pic.twitter.com/zLQkMRD36W
— BCCI Women (@BCCIWomen) September 25, 2023
Congratulations, @BCCIWomen, for clinching the first-ever gold medal 🥇 in cricket for our nation! A historic feat achieved with a superb all-round performance. Well played, girls. 🇮🇳#INDvSL #IndiaAtAG22 pic.twitter.com/HJ1Rjhhz8q
— Mithali Raj (@M_Raj03) September 25, 2023
गेंदबाजों
की मददगार चुनौतीपूर्ण पिच पर खेले गए
फाइनल में भारत को निर्धारित 20 ओवरों
में सात विकेट पर 116 रन बनाने के
लिए संघर्ष करना पड़ा। स्मृति मंधाना ने महत्वपूर्ण 46 रन बनाए और
जेमिमा रोड्रिग्स ने 42 रन का योगदान
दिया।
हालाँकि
भारतीय महिलाओं ने तेज
गेंदबाज तितास साधु के शानदार प्रदर्शन
की बदौलत अपने मामूली स्कोर का सफलतापूर्वक बचाव
किया। 18 वर्षीय गेंदबाज जो अपने 19वें
जन्मदिन से सिर्फ चार
दिन दूर थी ने मंत्रमुग्ध
कर देने वाला प्रदर्शन किया और अपने चार
ओवरों में 6 रन देकर 3 विकेट
लिए। टीटास साधु की घातक सटीकता
और पिच से मूवमेंट निकालने
की क्षमता श्रीलंकाई बल्लेबाजी लाइनअप के लिए बहुत
ज्यादा घातक साबित हुई।
टिटास
साधु के साथ लेग
स्पिनर देविका वैद्य ने विपक्ष पर
मजबूत पकड़ बनाए रखते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, 15 रन देकर 1 विकेट
लेकर अपना स्पेल समाप्त किया। इस बीच बाएं
हाथ की स्पिनर राजेश्वरी
गायकवाड़ (20 रन देकर 2) और
ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा (25 रन देकर 1) ने
भी मैच के महत्वपूर्ण चरण
के दौरान महत्वपूर्ण योगदान दिया।
चुनौतीपूर्ण
पिच के बावजूद भारतीय
महिला टीम हमेशा खेल पर नियंत्रण में
दिखी और उनके गेंदबाजों
ने अपनी योजनाओं को पूर्णता के
साथ क्रियान्वित किया।
तितास
साधु के प्रभावशाली प्रदर्शन
ने झूलन गोस्वामी की सेवानिवृत्ति के
बाद से भारतीय महिला
टीम में एक वास्तविक तेज
गेंदबाज की अनुपस्थिति को
उजागर किया। इस शून्य को
भरने की टिटास की
क्षमता का परीक्षण बड़ी
टीम के विरुद्ध भविष्य
के मुकाबलों में किया जाएगा।
भारत
के 117 रनों के लक्ष्य के
जवाब में श्रीलंका की शुरुआत अच्छी
नहीं रही और उसने जल्दी
ही अहम विकेट गंवा दिए। श्रीलंकाई कप्तान चमारी अथापथु (12) तितास साधु के कौशल का
शिकार हो गईं जिससे
श्रीलंका की बल्लेबाजी के
संघर्ष का माहौल तैयार
हो गया। हसिनी परेरा (25) ने कुछ प्रतिरोध
किया लेकिन अंततः राजेश्वरी गायकवाड़ की गेंद पर
स्वीप शॉट का शिकार हो
गए।
नीलाक्षी
डी सिल्वा (23) और ओशादी रणसिंघे
(19) के बीच मध्यक्रम की साझेदारी ने
38 रन जोड़कर श्रीलंका के लिए कुछ
उम्मीद जगाई। हालाँकि भारत की पूजा वस्त्राकर
और दीप्ति शर्मा ने चतुर गेंदबाजी
से दोनों सेट बल्लेबाजों को आउट कर
दिया।
इससे
पहले मैच में धीमी और चुनौतीपूर्ण पिच
पर भारत का पहले बल्लेबाजी
करने का फैसला कारगर
साबित हुआ। स्मृति मंधाना की 45 गेंदों में 46 रन की मजबूत
पारी और जेमिमा रोड्रिग्स
की 40 गेंदों में 42 रन की पारी
ने भारत की पारी को
संभाला। दोनों की 73 रनों की साझेदारी भारत
को प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुंचाने में
महत्वपूर्ण रही।
कप्तान हरमनप्रीत
कौर के सीमित मैच समय और कुछ देर की चुनौतियों के बावजूद भारत का कुल स्कोर ऐतिहासिक
स्वर्ण पदक जीतने के लिए पर्याप्त साबित हुआ जो देश में महिला क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण
उपलब्धि है।
Gold 🥇 Medal it is for #TeamIndia! 🙌 🙌
— BCCI Women (@BCCIWomen) September 25, 2023
The team beats Sri Lanka by 19 runs in the summit clash to bag the top honours. 👏 👏
Scorecard ▶️ https://t.co/dY0wBiW3qA#IndiaAtAG22 | #AsianGames pic.twitter.com/dLEvEf6f97
यह
जीत निस्संदेह भारत में महिला क्रिकेटरों की भावी पीढ़ियों
को प्रेरित करेगी और वैश्विक मंच
पर खेल की प्रमुखता को
और बढ़ाएगी। एशियाई खेल 2023 में इस महत्वपूर्ण उपलब्धि
पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम को बधाई!
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