नई दिल्ली, 27 सितंबर 2023 - राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को एक बड़े ऑपरेशन में पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में लगभग तीन दर्जन स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। घटनाक्रम से परिचित सूत्रों के अनुसार ये ऑपरेशन एक व्यापक साजिश की जांच का हिस्सा हैं जिसका उद्देश्य गैंगस्टरों, तस्करों और खालिस्तान समर्थक तत्वों (पीकेई) के गठजोड़ को खत्म करना है।
अधिकारियों
ने कहा कि छापेमारी का
उद्देश्य लक्षित हत्याओं, सरकारी भवनों पर हमले, जबरन
वसूली, सीमा पार से हथियारों और
दवाओं की तस्करी और
देशों में भारत विरोधी गतिविधियों के संगठन जैसी
हिंसक गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों के नेटवर्क को
बाधित करना है।
पिछले
बुधवार को संघीय एजेंसी
ने उनकी तस्वीरों सहित 43 खालिस्तानी-गैंगस्टर संदिग्धों की एक सूची
जारी की जो कथित
तौर पर भारत और
विदेश दोनों में विभिन्न अवैध गतिविधियों में शामिल हैं।
छापेमारी
के अलावा एनआईए ने संयुक्त राज्य
अमेरिका में स्थित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) संगठन के नेता गुरपतवंत
सिंह पन्नू की दो संपत्तियों
को भी जब्त कर
लिया है। जब्त की गई संपत्तियां
चंडीगढ़ और अमृतसर में
स्थित हैं।
रविवार
को एचटी की रिपोर्ट के
अनुसार कनाडा में स्थित शीर्ष खालिस्तानी नेताओं और गैंगस्टरों की
वित्तीय गतिविधियों की एनआईए की
चल रही जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। यह पता चला
है कि भारत में
जबरन वसूली और तस्करी के
माध्यम से उत्पन्न धन
न केवल भारत और कनाडा दोनों
में हिंसक कृत्यों को वित्तपोषित करता
है बल्कि फिल्मों
और यहां तक कि कनाडाई
प्रीमियर लीग सहित विभिन्न उद्यमों में भी निवेश किया
जाता है। इसके अलावा थाईलैंड के क्लबों और
बारों में गैंगस्टर द्वारा उत्पन्न धन का पता
लगाया गया है।
ये
घटनाक्रम कनाडा के प्रधान मंत्री
जस्टिन ट्रूडो के हालिया आरोप
के मद्देनजर आया है कि 18 जून
को कनाडा में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के
लिए भारतीय एजेंट जिम्मेदार थे। इस दावे के
जवाब में भारतीय एजेंसियों ने पीकेई को
निशाना बनाने के अपने प्रयास
तेज कर दिए हैं
।
एनआईए
का ऑपरेशन राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों, हिंसा और आपराधिक उद्यमों
में शामिल व्यक्तियों और संस्थाओं से
निपटने के लिए भारत
सरकार की प्रतिबद्धता को
रेखांकित करता है।
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