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ईडी की गिरफ्तारी के बीच हेमंत सोरेन ने खुद को निर्दोष बताते हुए वीडियो जारी किया |
एक नाटकीय घटनाक्रम में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के अध्यक्ष हेमंत सोरेन को भूमि घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। रांची में उनके आवास पर सात घंटे तक पूछताछ के बाद गिरफ्तारी हुई।
अपनी
गिरफ्तारी से कुछ घंटे
पहले हेमंत सोरेन ने एक वीडियो
संदेश जारी कर खुद को
निर्दोष बताया और कहा कि
ईडी भूमि घोटाला मामले में उनके खिलाफ कोई भी सबूत उजागर
करने में विफल रही है। उन्होंने संघीय एजेंसी पर उनके दिल्ली
आवास पर छापेमारी कर
उनकी छवि खराब करने का प्रयास करने
का आरोप लगाया। सोरेन ने कहा “संभवत:
ईडी मुझे आज गिरफ्तार कर
लेगी, लेकिन मुझे चिंता नहीं है क्योंकि मैं
शिबू सोरेन का बेटा हूं...पूरे दिन की पूछताछ के
बाद उन्होंने मुझे उन मामलों में
गिरफ्तार करने का फैसला किया
जो मुझसे संबंधित नहीं हैं। अभी तक कोई सबूत
नहीं मिला है।”
#WATCH | Former Jharkhand CM Hemant Soren before his arrest by ED yesterday said, "Most probably ED will arrest me today, but I am not worried as I am Shibu Soren's son...After a full day of questioning, they decided to arrest me in matters which are not related to me. No… pic.twitter.com/8c3b19yyOL
— ANI (@ANI) February 1, 2024
उन्होंने
आगे आरोप लगाया “उन्होंने मेरे दिल्ली आवास पर छापेमारी करके
मेरी छवि खराब करने की भी कोशिश
की। गरीबों, आदिवासियों, दलितों और निर्दोषों पर
अत्याचार करने वालों के खिलाफ अब
हमें एक नई लड़ाई
लड़नी है…”
ईडी
ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करने
का कदम रांची स्थित उनके आवास पर लंबी पूछताछ
के बाद उठाया, इस दौरान उनकी
गिरफ्तारी को लेकर अटकलें
तेज हो गईं। झामुमो
नेता ने अपनी आसन्न
गिरफ्तारी की आशंका से
दिल्ली में पूछताछ का सामना करने
के बजाय रांची तक 1,200 किलोमीटर की सड़क यात्रा
की।
बुधवार
दोपहर लगभग 1:00 बजे ईडी के अधिकारी भूमि
घोटाला मामले में निर्धारित पूछताछ के लिए हेमंत
सोरेन के आवास पर
पहुंचे। ईडी के आगमन से
पहले, सोरेन ने सत्तारूढ़ गठबंधन
के विधायकों की एक बैठक
की अध्यक्षता की जिससे उनकी
आसन्न गिरफ्तारी की अफवाहों को
और हवा मिल गई।
सात
घंटे की पूछताछ के
बाद झामुमो-कांग्रेस विधायकों को लेकर दो
मिनी बसें हेमंत सोरेन के साथ राजभवन
पहुंचीं जहां उन्होंने राज्यपाल को झारखंड के
मुख्यमंत्री पद से अपना
इस्तीफा सौंपा। एक त्वरित कदम
में झामुमो-कांग्रेस गठबंधन ने चंपई सोरेन
को अगला मुख्यमंत्री घोषित कर दिया।
हेमंत
सोरेन की गिरफ्तारी और
उसके बाद इस्तीफे ने झारखंड के
राजनीतिक परिदृश्य में हाई-वोल्टेज ड्रामा शुरू कर दिया है,
जिससे सत्तारूढ़ गठबंधन के भविष्य और
राज्य के शासन पर
संभावित प्रभाव पर सवाल खड़े
हो गए हैं।
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