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प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय आक्रोश के बीच महिलाओं के खिलाफ अपराधों में तेजी से फैसले की अपील की |
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनके खिलाफ अपराधों से जुड़े मामलों में तेजी से फैसले की आवश्यकता पर जोर दिया। उनकी यह टिप्पणी कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में हाल ही में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या को लेकर व्यापक आक्रोश के बीच आई है।
सुप्रीम
कोर्ट के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में
दिल्ली में एक कार्यक्रम को
संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं के
खिलाफ बढ़ते अत्याचारों और बच्चों की
सुरक्षा पर चिंता व्यक्त
की और इन मुद्दों
को समाज के लिए "गंभीर
चिंता" बताया। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के
लिए मौजूदा कानूनों को स्वीकार किया
लेकिन न्यायिक प्रक्रिया में तेजी लाने के महत्व पर
प्रकाश डाला।
आज महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, बच्चों की सुरक्षा... समाज की गंभीर चिंता है। देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कठोर कानून बने हैं, लेकिन हमें इसे और सक्रिय करने की जरूरत है।
— BJP (@BJP4India) August 31, 2024
महिला अत्याचार से जुड़े मामलों में जितनी तेजी से फैसले आएंगे, आधी आबादी को सुरक्षा का उतना ही बड़ा… pic.twitter.com/Ri3QjGeGwe
प्रधानमंत्री
ने कहा "2019 में फास्ट-ट्रैक कोर्ट कानून पारित किया गया था, जिसके तहत गवाह बयान केंद्र बनाए गए थे। जिला
निगरानी समितियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हमें यह सुनिश्चित करना
चाहिए कि इन समितियों
को और मजबूत किया
जाए और महिलाओं की
सुरक्षा से जुड़े मामलों
में तेजी से फैसले सुनाए
जाएं।" पीएम मोदी की यह टिप्पणी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता
बनर्जी द्वारा उन्हें लिखे गए पत्र के
एक दिन बाद आई है, जिसमें
उन्होंने बलात्कार और हत्या जैसे
जघन्य अपराधों के लिए सख्त
केंद्रीय कानून और कड़ी सजा
का आग्रह किया था। बनर्जी ने पहले भी
इस मुद्दे को उठाया था
लेकिन केंद्र सरकार की ओर से
कोई जवाब नहीं मिला था।
जवाब
में केंद्रीय महिला और बाल विकास
मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने मौजूदा कानूनों
की मजबूती की पुष्टि की
और राज्य सरकार से उन्हें प्रभावी
ढंग से लागू करने
का आग्रह किया। उन्होंने कहा "अगर राज्य सरकार केंद्रीय कानून का अक्षरशः पालन
करती है तो निश्चित
रूप से आपराधिक न्याय
प्रणाली को मजबूत करने
पर इसका स्थायी प्रभाव पड़ेगा।"
महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें सुरक्षित वातावरण प्रदान करना भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरकार महिला सुरक्षा के प्रति पूर्णतः समर्पित है और इसे अपनी प्रमुख जिम्मेदारी मानती है। (1/2) ...@narendramodi | @MamataOfficial pic.twitter.com/zKNa1AzNyN
— Annapurna Devi (@Annapurna4BJP) August 30, 2024
पीएम
मोदी ने न्याय देने
में देरी को खत्म करने
के लिए पिछले दशक में की गई पहलों
के महत्व पर जोर दिया,
देश भर में महिलाओं
की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए न्यायिक
बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए अपनी
प्रतिबद्धता दोहराई।
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