![]() |
मध्य पूर्व से अमेरिकी सैनिकों की वापसी: ट्रंप का बड़ा फैसला, ईरान के साथ तनाव बढ़ा |
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मध्य पूर्व को "खतरनाक स्थान" बताते हुए वहां से गैर-आवश्यक अमेरिकी कर्मियों और सैन्य परिवारों को हटाने का आदेश दिया है। यह निर्णय ईरान के साथ बढ़ते तनाव और परमाणु वार्ता में गतिरोध के बीच लिया गया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने 11 जून को एक बयान में कहा कि क्षेत्र में "बढ़ते सुरक्षा जोखिमों" के कारण यह कदम उठाया गया है।
ट्रंप
ने बुधवार को पत्रकारों से
बातचीत में कहा "हमारे
लोग वहां से हटाए
जा रहे हैं क्योंकि
यह एक खतरनाक स्थान
हो सकता है। हम
देखेंगे कि क्या होता
है, लेकिन ईरान को परमाणु
हथियार नहीं मिल सकता,
यह बहुत साफ है।"
उन्होंने यह भी बताया
कि वह ईरान के
साथ परमाणु समझौते को लेकर कम
आशान्वित हैं, क्योंकि तेहरान
ने यूरेनियम संवर्धन को रोकने की
अमेरिकी मांग को ठुकरा
दिया है।
VIDEO | Washington DC: Responding to media queries at Kennedy Center over Iran's nuclear ambitions, US President Donald Trump (@POTUS) said, "They can't have a nuclear weapon, very simple. They can't have a nuclear weapon. We are not going to allow that."#Iran
— Press Trust of India (@PTI_News) June 12, 2025
(Source: Third… pic.twitter.com/exRh9GrVON
इस बीच ईरान के
रक्षा मंत्री जनरल अजीज नासिरजादेह
ने चेतावनी दी है कि
यदि अमेरिका या इज़राइल द्वारा
हमला किया गया, तो
ईरान क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी
सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई
करेगा। दूसरी ओर अमेरिकी रक्षा
सचिव पीट हेगसेथ ने
मध्य पूर्व में सैन्य परिवारों
के स्वैच्छिक प्रस्थान को मंजूरी दी
है, जिसमें विशेष रूप से बहरीन
में तैनात परिवार प्रभावित होंगे।
यह निर्णय ऐसे समय में
लिया गया है जब
इज़राइल ने ईरान के
परमाणु सुविधाओं पर हमले की
तैयारी की खबरें सामने
आ रही हैं। अमेरिकी
खुफिया जानकारी के अनुसार इज़राइल
ने हाल के दिनों
में अपनी सैन्य तैयारियों
को तेज कर दिया
है, जिससे क्षेत्र में तनाव और
बढ़ गया है। ट्रंप
ने हाल ही में
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बातचीत में
ईरान पर हमले की
बात को रोकने की
सलाह दी थी, ताकि
परमाणु वार्ता को बाधित न
किया जाए।
क्षेत्रीय
अस्थिरता को देखते हुए
ब्रिटेन ने भी अपनी
समुद्री एजेंसी के माध्यम से
फारस की खाड़ी, होर्मुज
जलडमरूमध्य और ओमान की
खाड़ी में नौवहन के
लिए सतर्कता बरतने की चेतावनी जारी
की है। विशेषज्ञों का
मानना है कि यदि
परमाणु वार्ता विफल होती है,
तो मध्य पूर्व में
व्यापक संघर्ष की आशंका बढ़
सकती है।
Hi Please, Do not Spam in Comments