तेलंगाना में केमिकल फैक्ट्री में भीषण विस्फोट: मृतकों की संख्या बढ़कर 34, जांच शुरू
तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पाशमिलारम औद्योगिक क्षेत्र में स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज की फार्मा फैक्ट्री में सोमवार सुबह 9:30 बजे के आसपास हुए एक भीषण रिएक्टर विस्फोट ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है, जबकि 35 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
स्थानीय
पुलिस और आपदा प्रबंधन
अधिकारियों के अनुसार विस्फोट
इतना शक्तिशाली था कि इसने
फैक्ट्री की तीन मंजिला
इमारत को पूरी तरह
से ढहा दिया, जिसके
मलबे में कई मजदूर
फंस गए। राष्ट्रीय आपदा
प्रतिक्रिया बल (NDRF), HYDRAA, और तेलंगाना अग्निशमन
विभाग की टीमें रातभर
बचाव कार्य में जुटी रहीं,
लेकिन अभी भी कुछ
लोगों के मलबे में
फंसे होने की आशंका
है।
STORY | Telangana pharma plant explosion: Toll rises to 34, says official
— Press Trust of India (@PTI_News) July 1, 2025
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हादसे का
कारण
और
जांच
प्रारंभिक
जांच में विस्फोट का
कारण ड्रायर यूनिट में दबाव बढ़ने
या रासायनिक प्रतिक्रिया को माना जा
रहा है, हालांकि तेलंगाना
अग्निशमन सेवा के महानिदेशक
वाई. नागी रेड्डी ने
बताया कि सटीक कारण
का पता लगाने के
लिए जांच जारी है।
इसके लिए पांच सदस्यीय
समिति का गठन किया
गया है, जो इस
हादसे की गहराई से
जांच करेगी और भविष्य में
ऐसी घटनाओं को रोकने के
लिए सुझाव देगी।
घायलों की
स्थिति
और
सरकारी
प्रतिक्रिया
घायलों
में से 12 की हालत गंभीर
बताई जा रही है
और वे वेंटिलेटर पर
हैं। स्थानीय अस्पतालों में घायलों का
इलाज चल रहा है,
जहां शवों की पहचान
के लिए डीएनए टेस्ट
भी शुरू किए गए
हैं। तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री
दामोदर राजा नरसिम्हा और
श्रम मंत्री जी. विवेक वेंकटस्वामी
ने घटनास्थल और अस्पतालों का
दौरा किया, और घायलों को
हर संभव चिकित्सा सहायता
का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री
ए. रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को
अस्पताल का दौरा करने
और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने
की घोषणा की है। उन्होंने
अधिकारियों को बचाव और
राहत कार्यों की निगरानी करने
का निर्देश दिया है। केंद्र
सरकार के मंत्री अमित
शाह ने भी इस
घटना पर दुख व्यक्त
किया और NDRF की त्वरित कार्रवाई
की सराहना की।
मजदूरों की
स्थिति
और
मुआवजा
हादसे
में मारे गए और
घायल हुए अधिकांश मजदूर
बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, और पश्चिम बंगाल
जैसे राज्यों से हैं। सिगाची
इंडस्ट्रीज, जो माइक्रोक्रिस्टलाइन सेल्यूलोज (MCC) का
निर्माण करती है, में
उस समय लगभग 90 लोग
काम कर रहे थे।
तेलंगाना
के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव
और बीआरएस नेता केटी रामा
राव ने इस हादसे
को "बेहद दुखद" करार
देते हुए मृतकों के
परिवारों के लिए उचित
मुआवजे और घायलों के
लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाओं की मांग की
है।
यह है तेलंगाना
का
सबसे
बड़ा
औद्योगिक
हादसा
यह विस्फोट तेलंगाना के इतिहास में
सबसे बड़े औद्योगिक हादसों
में से एक माना
जा रहा है। स्थानीय
निवासियों और मजदूरों के
बीच दहशत का माहौल
है, क्योंकि विस्फोट के बाद फैक्ट्री
से जहरीली गैसों और धुएं का
रिसाव हुआ, जिसने आसपास
के क्षेत्र को प्रभावित किया।
प्रशासन
ने लोगों से शांत रहने
और अफवाहों पर ध्यान न
देने की अपील की
है। इस बीच सिगाची
इंडस्ट्रीज ने स्टॉक एक्सचेंज
को सूचित किया कि उनकी
फैक्ट्री के आसपास यह
हादसा हुआ, और वे
जांच में पूरा सहयोग
कर रहे हैं।
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