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भाजपा ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को NDA का उपराष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया |
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार, 17 अगस्त 2025 को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक फैसले में महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। यह घोषणा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नई दिल्ली में पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद की जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसे वरिष्ठ नेता शामिल थे। यह फैसला पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के पिछले महीने अचानक इस्तीफे के बाद लिया गया, जिन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर 21 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
In his long years in public life, Thiru CP Radhakrishnan Ji has distinguished himself with his dedication, humility and intellect. During the various positions he has held, he has always focused on community service and empowering the marginalised. He has done extensive work at… pic.twitter.com/WrbKl4LB9S
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2025
तमिलनाडु के
दिग्गज
नेता
की
नई
उड़ान
68 वर्षीय
चंद्रपुरम पोनुसामी राधाकृष्णन जिन्हें सीपी राधाकृष्णन के
नाम से जाना जाता
है, तमिलनाडु में भाजपा के
सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक
हैं। तिरुपुर के मूल निवासी
राधाकृष्णन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पुराने स्वयंसेवक
रहे हैं और उन्होंने
तमिलनाडु में द्रविड़ राजनीति
के बीच भाजपा की
जड़ें मजबूत करने में अहम
भूमिका निभाई है। वह 2004 से
2007 तक तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष
रहे और 1998 व 1999 में कोयंबटूर से
दो बार लोकसभा सांसद
चुने गए।
उनकी
संगठनात्मक क्षमता और समर्पण ने
उन्हें पार्टी के शीर्ष नेतृत्व
का भरोसा दिलाया। 2023 में उन्हें झारखंड
का राज्यपाल नियुक्त किया गया, और
2024 में तेलंगाना व पुडुचेरी के
अतिरिक्त प्रभार के बाद, जुलाई
2024 में उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया
गया। इतने कम समय
में तीन राज्यों की
जिम्मेदारी संभालना भारतीय राजनीति में एक दुर्लभ
उपलब्धि है।
सर्वसम्मति की
उम्मीद
जेपी
नड्डा ने राधाकृष्णन की
उम्मीदवारी की घोषणा करते
हुए कहा "सीपी राधाकृष्णन एक
सम्मानित राजनेता हैं, जिन्हें तमिलनाडु
में सभी वर्गों का
सम्मान प्राप्त है। हम चाहते
हैं कि अगला उपराष्ट्रपति
सर्वसम्मति से चुना जाए,
और इसके लिए हमने
विपक्षी नेताओं से भी संपर्क
किया है।" नड्डा ने यह भी
बताया कि NDA के सहयोगी दलों,
जैसे नीतीश कुमार की जद(यू)
और एन चंद्रबाबू नायडू
की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) को
इस फैसले की जानकारी दी
जाएगी।
शिवसेना
(उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय
राउत ने भी राधाकृष्णन
की उम्मीदवारी का स्वागत किया।
उन्होंने कहा, "वह एक अच्छे
व्यक्तित्व वाले, गैर-विवादास्पद और
अनुभवी नेता हैं। मैं
उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।"
2026 के
तमिलनाडु
चुनाव
पर
नजर
राधाकृष्णन
का चयन न केवल
उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों को दर्शाता है,
बल्कि यह भाजपा की
तमिलनाडु में अपनी स्थिति
मजबूत करने की रणनीति
का भी हिस्सा माना
जा रहा है, जहां
2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं। तमिलनाडु
में भाजपा को हमेशा से
चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना
पड़ा है, और राधाकृष्णन
जैसे अनुभवी और स्थानीय नेता
को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
बनाना पार्टी के लिए प्रतीकात्मक
और रणनीतिक दोनों रूप से महत्वपूर्ण
है।
उपराष्ट्रपति चुनाव
की
तारीख
उपराष्ट्रपति
का चुनाव 9 सितंबर 2025 को होगा, और
नामांकन की अंतिम तारीख
22 अगस्त है। राधाकृष्णन की
उम्मीदवारी को NDA की एकजुटता का
प्रतीक माना जा रहा
है, और पार्टी इसे
नामांकन और मतदान के
दिन सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित
करने की योजना बना
रही है।
यह फैसला न केवल राधाकृष्णन
की राजनीतिक यात्रा का एक नया
अध्याय है, बल्कि यह
NDA की क्षेत्रीय और राष्ट्रीय एकता
को मजबूत करने की दिशा
में भी एक कदम
है। अब सभी की
नजर इस बात पर
होगी कि क्या विपक्ष
इस उम्मीदवारी का समर्थन करता
है या चुनाव में
कोई नया मोड़ आता
है।
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