प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75 साल: अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धियाँ
17 सितंबर 2025 को भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी 75 वर्ष के हो जाएंगे। गुजरात के एक छोटे से कस्बे वडनगर में जन्मे नरेंद्र मोदी ने अपनी मेहनत, दूरदर्शिता और समर्पण से न केवल भारत की राजनीति में अपनी अमिट छाप छोड़ी है बल्कि वैश्विक मंच पर भी भारत को एक नई पहचान दिलाई है। एक साधारण परिवार से निकलकर देश के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बनने तक का उनका सफर प्रेरणादायक है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम उनकी कुछ सबसे बड़ी उपलब्धियों पर नजर डालेंगे, जो हाल के डेटा और तथ्यों पर आधारित हैं, और इसे एक मानवीय और सहज अंदाज में पेश करेंगे।
1. आर्थिक
सुधार
और
भारत
का
वैश्विक
कद
नरेंद्र
मोदी के नेतृत्व में
भारत ने आर्थिक क्षेत्र
में कई ऐतिहासिक कदम
उठाए हैं। जब उन्होंने
2014 में पहली बार प्रधानमंत्री
पद संभाला, तब भारत की
अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों से
जूझ रही थी। लेकिन
उनकी नीतियों ने इसे नई
दिशा दी। हाल के
आंकड़ों के अनुसार 2025 में
भारत की जीडीपी विकास
दर 7.4% तक पहुंच गई,
जो दुनिया की सभी बड़ी
अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक
है। यह उपलब्धि न
केवल आर्थिक सुधारों का परिणाम है
बल्कि उनकी 'मेक इन इंडिया'
और 'ईज ऑफ डूइंग
बिजनेस' जैसी पहलों का
भी नतीजा है।
मोदी
जी की 'मेक इन
इंडिया' पहल ने भारत
को वैश्विक विनिर्माण का केंद्र बनाने
की दिशा में महत्वपूर्ण
भूमिका निभाई। हालांकि कुछ आलोचकों का
कहना है कि मैन्युफैक्चरिंग
सेक्टर में जीडीपी का
हिस्सा 15% पर अटक गया
है, फिर भी निवेश
और बुनियादी ढांचे में वृद्धि ने
भारत को एक आकर्षक
गंतव्य बनाया है। इसके अलावा,
वस्तु एवं सेवा कर
(जीएसटी) ने कर प्रणाली
को सरल और पारदर्शी
बनाया, जिसके परिणामस्वरूप कर संग्रह में
उल्लेखनीय वृद्धि हुई। अगस्त 2025 में
खुदरा महंगाई दर 3.65% पर रही, जो
नियंत्रित महंगाई का प्रतीक है।
2. डिजिटल
इंडिया:
एक
नया
युग
मोदी
जी का 'डिजिटल इंडिया'
विजन आज हर भारतीय
के जीवन का हिस्सा
बन चुका है। जन
धन योजना के तहत 28 अगस्त
2014 को शुरू हुई पहल
ने लाखों लोगों को बैंकिंग सेवाओं
से जोड़ा। आजादी के 67 साल बाद भी
कई भारतीयों के पास बैंक
खाते नहीं थे लेकिन
इस योजना ने इसे बदल
दिया। अब तक करोड़ों
बैंक खाते खोले जा
चुके हैं, जिसने वित्तीय
समावेशन को बढ़ावा दिया।
इसके
साथ ही डिजिटल भुगतान
के क्षेत्र में यूपीआई (यूनिफाइड
पेमेंट्स इंटरफेस) ने क्रांति ला
दी। आज भारत में
डिजिटल लेनदेन की मात्रा वैश्विक
स्तर पर सबसे अधिक
है। यह सब मोदी
जी की उस सोच
का परिणाम है, जो तकनीक
को आम जनता तक
पहुंचाने पर केंद्रित थी।
'जैम' (जन धन, आधार,
मोबाइल) का उनका विजन
आज हर क्षेत्र में
तकनीकी प्रसार का आधार बना
है।
3. स्वच्छ
भारत
मिशन:
एक
जन
आंदोलन
2 अक्टूबर
2014 को महात्मा गांधी की जयंती पर
शुरू किया गया 'स्वच्छ
भारत मिशन' आज देश का
सबसे बड़ा जन आंदोलन
बन चुका है। 2014 में
भारत में स्वच्छता कवरेज
केवल 38% था, लेकिन 2019 तक
यह 100% हो गया। कई
राज्य और केंद्र शासित
प्रदेश खुले में शौच
से मुक्त (ओडीएफ) घोषित किए गए। यह
न केवल स्वच्छता के
प्रति जागरूकता का प्रतीक है,
बल्कि ग्रामीण और शहरी भारत
के जीवन स्तर को
बेहतर बनाने का भी एक
प्रयास है।
मुझे
याद है, जब इस
मिशन की शुरुआत हुई
थी, तो कई लोग
इसे सिर्फ एक सरकारी योजना
मान रहे थे। लेकिन
मोदी जी ने इसे
एक सामाजिक आंदोलन में बदल दिया।
आज गांव-गांव में
शौचालय बने हैं, और
लोग स्वच्छता को अपनी दिनचर्या
का हिस्सा बना रहे हैं।
स्वच्छ गंगा मिशन के
तहत भी गंगा नदी
की सफाई के लिए
ठोस कदम उठाए गए
हैं, जो पर्यावरण संरक्षण
की दिशा में एक
बड़ा कदम है।
4. बेटी
बचाओ,
बेटी
पढ़ाओ:
सामाजिक
बदलाव
की
पहल
"बेटा
बेटी एक समान" – यह
नारा नरेंद्र मोदी ने अपने
गोद लिए गांव जयापुर
के लोगों को दिया था।
22 जनवरी 2015 को हरियाणा के
पानीपत में शुरू की
गई 'बेटी बचाओ, बेटी
पढ़ाओ' योजना ने लड़कियों के
प्रति समाज की सोच
को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका
निभाई। यह योजना घटते
लिंगानुपात (Child Sex
Ratio) को सुधारने और महिला सशक्तिकरण
को बढ़ावा देने के लिए
शुरू की गई थी।
इस योजना के तहत लड़कियों
की शिक्षा और स्वास्थ्य पर
विशेष ध्यान दिया गया। आज
कई राज्यों में लिंगानुपात में
सुधार देखा जा सकता
है। यह योजना न
केवल आंकड़ों में बदलाव लाई,
बल्कि समाज में बेटियों
के प्रति गर्व की भावना
को भी जागृत किया।
5. विदेश
नीति
में
नया
आयाम
मोदी
जी की विदेश नीति
ने भारत को वैश्विक
मंच पर एक नई
ताकत दी है। उनकी
पहल पर बना 'अंतरराष्ट्रीय
सौर गठबंधन' (आईएसए) ग्लोबल वॉर्मिंग से निपटने की
दिशा में एक बड़ा
कदम है। 30 नवंबर 2015 को पेरिस में
इसकी घोषणा की गई थी,
और आज 86 से अधिक देश
इससे जुड़ चुके हैं।
उनके
कार्यकाल में भारत ने
संयुक्त राष्ट्र, ब्रिक्स, सार्क, और जी-20 जैसे
मंचों पर अपनी मजबूत
उपस्थिति दर्ज की। उन्होंने
17 साल बाद नेपाल, 28 साल
बाद ऑस्ट्रेलिया, और 34 साल बाद सेशेल्स
जैसे देशों की यात्रा की,
जिससे भारत के द्विपक्षीय
संबंधों को नई मजबूती
मिली। रूस के राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन ने भी उनकी
स्वतंत्र विदेश नीति की सराहना
की और उन्हें एक
देशभक्त नेता बताया।
मोदी
जी ने अमेरिका और
रूस जैसे देशों के
साथ भारत की दोस्ती
को मजबूत किया, जो पहले एक-दूसरे के खिलाफ खड़े
थे। उनकी कूटनीति ने
भारत को वैश्विक स्तर
पर एक तटस्थ और
शक्तिशाली देश के रूप
में स्थापित किया।
6. बुनियादी
ढांचे
का
विकास
मोदी
सरकार ने बुनियादी ढांचे
के विकास पर विशेष ध्यान
दिया है। 'प्रधानमंत्री ग्राम
सड़क योजना' ने ग्रामीण इलाकों
में सड़कों का जाल बिछाया,
जिससे पैदावार में 8-10% की वृद्धि हुई
और परिवहन लागत में 12-15% की
कमी आई।
'उड़ान
योजना' ने हवाई यात्रा
को सस्ता और सुलभ बनाया।
2017 में शुरू हुई इस
योजना के तहत अब
तक 625 रूट्स शुरू हो चुके
हैं, जो 90 हवाई अड्डों को
जोड़ते हैं। 1.49 करोड़ से अधिक यात्रियों
ने इसका लाभ उठाया
है। इसके अलावा, स्टैच्यू
ऑफ यूनिटी जैसी परियोजनाएं न
केवल भारत की सांस्कृतिक
धरोहर को बढ़ावा देती
हैं, बल्कि पर्यटन को भी प्रोत्साहित
करती हैं।
7. स्वास्थ्य
और
कल्याण
'आयुष्मान
भारत' योजना दुनिया का सबसे बड़ा
स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम है,
जो 50 करोड़ से अधिक भारतीयों
को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य
सेवाएं प्रदान करता है। यह
योजना गरीब और मध्यम
वर्ग के लिए एक
वरदान साबित हुई है। इसके
अलावा, सॉयल हेल्थ कार्ड
और ई-एनएएम जैसी
योजनाओं ने किसानों को
सशक्त किया है।
8. राजनीतिक
स्थिरता
और
नेतृत्व
मोदी
जी ने 2014, 2019, और 2024 के लोकसभा चुनावों
में भारतीय जनता पार्टी को
ऐतिहासिक जीत दिलाई। 2024 में
उनकी तीसरी जीत ने उन्हें
भारत के इतिहास में
एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता
बनाया, जो लगातार तीन
बार प्रधानमंत्री बने। उनकी लोकप्रियता
का अंदाजा इस बात से
लगाया जा सकता है
कि जुलाई 2025 में मॉर्निंग कंसल्ट
की रिपोर्ट में उन्हें 75% अप्रूवल
रेटिंग के साथ दुनिया
का सबसे लोकप्रिय लोकतांत्रिक
नेता बताया गया।
निष्कर्ष
नरेंद्र
मोदी का 75वां जन्मदिन
न केवल उनके व्यक्तिगत
जीवन का उत्सव है,
बल्कि यह उस भारत
के लिए भी एक
प्रेरणा है, जिसे उन्होंने
अपने नेतृत्व से नई ऊंचाइयों
पर पहुंचाया है। चाहे वह
आर्थिक सुधार हों, सामाजिक बदलाव
हों, या वैश्विक मंच
पर भारत की साख,
मोदी जी ने हर
क्षेत्र में अपनी छाप
छोड़ी है।
हालांकि
कुछ आलोचनाएं भी हैं, जैसे
नौकरी सृजन में कमी
और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की चुनौतियां, लेकिन
उनकी उपलब्धियां इनसे कहीं अधिक
प्रभावशाली हैं। एक आम
परिवार से निकलकर देश
का नेतृत्व करने वाले मोदी
जी का जीवन हर
भारतीय के लिए प्रेरणा
है। आइए, उनके 75वें
जन्मदिन पर उनके योगदान
को सलाम करें और
उनके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन
की कामना करें!
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