ट्रंप का नया हथियार: ब्रांडेड दवाओं पर 100% आयात शुल्क, अमेरिका में प्लांट बनाने वालों को छूट!

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ट्रंप का नया हथियार: ब्रांडेड दवाओं पर 100% आयात शुल्क, अमेरिका में प्लांट बनाने वालों को छूट!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक और बड़ा आर्थिक फैसला लेते हुए ब्रांडेड या पेटेंटेड फार्मास्यूटिकल उत्पादों के आयात पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यह टैरिफ 1 अक्टूबर 2025 से लागू हो जाएगा, लेकिन ऐसी कंपनियों को इससे छूट मिलेगी जो अमेरिका में अपना फार्मा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बना रही हों। ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए कहा, "अगर कोई कंपनी अमेरिका में अपना प्लांट 'ग्राउंड ब्रेकिंग' या निर्माणाधीन चरण में ला रही है, तो इन उत्पादों पर कोई टैरिफ नहीं लगेगा।"



यह कदम ट्रंप की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति का हिस्सा है जिसका मकसद विदेशी आयात को कम कर घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना है। 2024 में अमेरिका ने फार्मास्यूटिकल और मेडिसिनल उत्पादों के आयात पर करीब 233 अरब डॉलर खर्च किए थे, जो अब दोगुना महंगा हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे दवाओं की कीमतें बढ़ेंगी और मेडिकेयर-मेडिकेड जैसे सरकारी स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर बोझ पड़ेगा।

ट्रंप ने अगस्त में ही सीएनबीसी को दिए इंटरव्यू में चेतावनी दी थी कि फार्मा आयात पर टैरिफ 250 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। यह शुरुआती 'छोटा टैरिफ' है, जो आने वाले महीनों में और सख्त हो सकता है। जुलाई में यूरोपीय संघ के साथ हुए समझौते में जेनेरिक दवाओं को छूट दी गई थी लेकिन ब्रांडेड दवाओं पर सख्ती बरकरार है।

इस फैसले से भारत सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकता है, क्योंकि अमेरिका भारत का सबसे बड़ा फार्मा निर्यात बाजार है। ट्रंप ने हाल ही में भारत पर रूसी तेल खरीद के कारण 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया था, जिसमें 25 प्रतिशत 'पेनल्टी' शामिल है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार 250 प्रतिशत टैरिफ की धमकी से भारतीय दवा कंपनियों को भारी नुकसान हो सकता है।

ट्रंप ने इसी तरह के अन्य टैरिफ भी घोषित किए हैं: किचन कैबिनेट्स और बाथरूम वैनिटी पर 50 प्रतिशत, अपहोल्स्टर्ड फर्नीचर पर 30 प्रतिशत और हेवी ट्रक्स पर 25 प्रतिशत। व्हाइट हाउस ने कहा कि ये कदम 'राष्ट्रीय सुरक्षा' के लिए जरूरी हैं। फार्मा इंडस्ट्री एसोसिएशन फार्मा ने चिंता जताई है कि इससे दवा की कमी हो सकती है, खासकर जेनेरिक दवाओं के मामले में, जहां प्रॉफिट मार्जिन पहले से कम है।

ट्रंप प्रशासन ने फार्मा आयात की 'सेक्शन 232' जांच के नतीजे जल्द जारी करने का वादा किया है, जो व्यापक टैरिफ का आधार बनेगा। क्या यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा या वैश्विक व्यापार युद्ध को भड़काएगा? आने वाले दिन बताएंगे।


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