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सीडीएस अनिल चौहान : पाकिस्तान का भारत को 48 घंटे में घुटनों पर लाने का प्लान 8 घंटे में ध्वस्त |
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने सनसनीखेज खुलासा किया कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ 10 मई 2025 की रात 1 बजे एक खतरनाक साजिश रची थी। उनका मकसद 48 घंटे के भीतर भारत को सैन्य और रणनीतिक रूप से घुटनों पर लाना था। लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई ने इस योजना को मात्र 8 घंटे में धूल चटा दी। इस अभियान को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया, जिसने न केवल पाकिस्तान के इरादों को विफल किया बल्कि भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक सूझबूझ को भी दुनिया के सामने प्रदर्शित किया।
सावित्रीबाई
फुले पुणे विश्वविद्यालय में
आयोजित एक कार्यक्रम में
जनरल चौहान ने कहा "पाकिस्तान
ने इस संघर्ष को
शुरू किया लेकिन हमारी
सेना ने उनकी हर
चाल को नाकाम कर
दिया।" उन्होंने बताया कि भारतीय सेना
ने अत्याधुनिक तकनीक और खुफिया जानकारी
के आधार पर आतंकी
ठिकानों पर सटीक हमले
किए। इन हमलों में
केवल आतंकी ढांचे को निशाना बनाया
गया जिससे नागरिकों को कोई नुकसान
नहीं हुआ। इस कार्रवाई
के बाद पाकिस्तान को
मजबूरन बातचीत की मेज पर
आना पड़ा।
#WATCH | Pune | Chief of Defence Staff (CDS) General Anil Chauhan says, "...On the 10th of May, at about 1 am, their (Pakistan) aim was to get India to its knees in 48 hours. Multiple attacks were launched and in some manner, they have escalated this conflict, which we had… pic.twitter.com/hBqlz912cU
— ANI (@ANI) June 3, 2025
'ऑपरेशन
सिंदूर' की सफलता में
भारतीय वायुसेना, थलसेना और नौसेना की
संयुक्त रणनीति की अहम भूमिका
रही। सूत्रों के मुताबिक भारत
ने ड्रोन तकनीक और सैटेलाइट निगरानी
का उपयोग कर आतंकी ठिकानों
को चिन्हित किया और फिर
सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए उन्हें
नष्ट किया। इस ऑपरेशन में
भारतीय सेना की त्वरित
प्रतिक्रिया और समन्वय ने
पाकिस्तान को स्तब्ध कर
दिया।
जनरल
चौहान ने जोर देकर
कहा कि भारत शांति
का पक्षधर है लेकिन अपनी
संप्रभुता और सुरक्षा से
कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने
युवाओं से अपील की
कि वे देश की
रक्षा में योगदान दें
और सेना के प्रति
गर्व महसूस करें। इस ऑपरेशन ने
न केवल भारत की
सैन्य क्षमता को उजागर किया,
बल्कि यह भी साबित
किया कि भारत किसी
भी खतरे का जवाब
देने के लिए पूरी
तरह तैयार है।
यह जीत भारतीय सेना
की एकजुटता, साहस और तकनीकी
दक्षता का प्रतीक है।
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