ऐतिहासिक पल: शुभांशु शुक्ला आज Axiom-4 मिशन के साथ अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरेंगे
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और इसरो के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज एक ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने जा रहे हैं। Axiom-4 मिशन जिसमें शुभांशु पायलट की भूमिका निभाएंगे, आज दोपहर 12:01 बजे (IST) फ्लोरिडा के नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरेगा। यह मिशन भारत के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि 1984 में राकेश शर्मा के बाद शुभांशु दूसरे भारतीय होंगे जो अंतरिक्ष में यात्रा करेंगे।
Axiom-4 mission, carrying Indian astronaut Shubhanshu Shukla to space, will launch today at 12:01 PM IST from Kennedy Space Center, Florida, USA.
— DD India (@DDIndialive) June 25, 2025
The launch was initially scheduled to take off on May 29 but was repeatedly delayed due to technical issues, weather conditions and… pic.twitter.com/9YbWDfEONa
मिशन का
विवरण
Axiom-4 मिशन
नासा, इसरो, और यूरोपीय अंतरिक्ष
एजेंसी (ESA) के सहयोग से
संचालित एक व्यावसायिक अंतरिक्ष
उड़ान है। इस मिशन
का नेतृत्व पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री
पेगी व्हिटसन करेंगी, जबकि शुभांशु शुक्ला
पायलट होंगे। उनके साथ पोलैंड
के स्लावोस उज़नान्स्की-विस्निव्स्की और हंगरी के
टिबोर कपु मिशन विशेषज्ञ
के रूप में शामिल
होंगे। यह मिशन भारत,
पोलैंड और हंगरी के
लिए पहली बार ISS पर
व्यावसायिक आधार पर अंतरिक्ष
यात्रियों को भेजने का
अवसर है।
स्पेसएक्स
के फाल्कन 9 रॉकेट और नए ड्रैगन
अंतरिक्ष यान के माध्यम
से यह दल 28 घंटे
की यात्रा के बाद गुरुवार
26 जून को शाम 4:30 बजे
(IST) ISS के साथ डॉक करने
की उम्मीद है। मिशन को
कई बार स्थगित किया
गया था, जिसमें खराब
मौसम, फाल्कन 9 रॉकेट में रिसाव, और
ISS के रूसी मॉड्यूल में
तकनीकी समस्याएं शामिल थीं। हालांकि, स्पेसएक्स
ने घोषणा की है कि
मौसम 90% अनुकूल है और सभी
सिस्टम लॉन्च के लिए तैयार
हैं।
शुभांशु शुक्ला
की
भूमिका
शुभांशु
शुक्ला, जिन्हें उनके सहयोगी "शक्स"
कहकर बुलाते हैं, एक अनुभवी
फाइटर पायलट हैं जिनके पास
2,000 घंटे से अधिक उड़ान
का अनुभव है। वह ISS पर
दो सप्ताह तक रहेंगे और
सात भारतीय प्रयोगों सहित 60 से अधिक वैज्ञानिक
प्रयोग करेंगे। इनमें माइक्रोग्रैविटी में मेथी और
मूंग की खेती जैसे
प्रयोग शामिल हैं, जिनके परिणाम
भारत की गगनयान मिशन
(2027) के लिए उपयोगी होंगे।
इसके अलावा, शुभांशु अंतरिक्ष से एक लाइव
संवाद भी करेंगे, जो
भारत के लिए प्रेरणादायक
होगा।
वैश्विक महत्व
यह मिशन न केवल
भारत बल्कि वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए भी
महत्वपूर्ण है। नासा और
इसरो के बीच पांच
वैज्ञानिक अनुसंधानों और दो इन-ऑर्बिट STEM शिक्षा प्रदर्शनों की योजना बनाई
गई है। यह मिशन
2020 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और भारतीय प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी के बीच
हुए समझौते का हिस्सा है,
जो भारत-अमेरिका अंतरिक्ष
सहयोग को मजबूत करता
है।
कहां देखें
लाइव
प्रसारण
Axiom-4 मिशन
का लाइव प्रसारण सुबह
9:00 बजे (IST) से Axiom Space और SpaceX के चैनलों पर
उपलब्ध होगा, जिसमें नासा सुबह 10:10 बजे
(IST) से जुड़ेगा। दर्शक इसे नासा की
वेबसाइट, स्पेसएक्स के आधिकारिक X हैंडल,
और अन्य स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स
पर देख सकते हैं।
The #Ax4 crew is targeted to launch no earlier than June 25 at 02:31 AM EDT from Launch Complex 39A at @NASAKennedy. Tune in for the launch broadcast starting at 12:30 AM EDT. https://t.co/eQ8FbNWh02 pic.twitter.com/IZq6xXjfZJ
— Axiom Space (@Axiom_Space) June 24, 2025
भारत के
लिए
गौरव
का
क्षण
शुभांशु
शुक्ला की यह उड़ान
भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण
में एक नया अध्याय
जोड़ेगी। उनकी उपलब्धियां न
केवल लखनऊ और उत्तर
प्रदेश बल्कि पूरे देश का
नाम रोशन करेंगी। उनकी
मां ने उनकी सफलता
का श्रेय उनकी पत्नी को
दिया, जबकि उनके पिता
ने कहा, "शुभांशु ने देश का
गौर -: सिर गर्व से
ऊंचा कर दिया है।"
यह मिशन भारत के
युवाओं के लिए प्रेरणा
का स्रोत बनेगा और अंतरिक्ष अनुसंधान
में देश की बढ़ती
क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा।
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