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एलन मस्क की राजनीतिक एंट्री: अमेरिका पार्टी का ऐलान |
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने अमेरिकी राजनीति में एक नया मोड़ लाते हुए 'अमेरिका पार्टी' के गठन की घोषणा की है। यह घोषणा उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की जहां उन्होंने कहा, "आज अमेरिका पार्टी का गठन हुआ है ताकि आपको आपकी आजादी वापस मिल सके।" यह कदम मस्क और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हालिया विवाद के बाद आया है, जिसमें मस्क ने ट्रंप के 'बिग, ब्यूटीफुल बिल' का तीखा विरोध किया था।
पृष्ठभूमि और
मस्क
का
मकसद
एलन
मस्क ने इस नई
पार्टी की स्थापना का
ऐलान 5 जुलाई 2025 को किया जब
उन्होंने एक्स पर एक
पोल के जरिए लोगों
से पूछा था कि
क्या अमेरिका को दो-पक्षीय
(या जैसा कि उन्होंने
कहा, 'यूनिपार्टी') व्यवस्था से मुक्ति चाहिए।
पोल में 65.4% लोगों ने 'हां' में
वोट दिया, जिसके बाद मस्क ने
तुरंत इस नई पार्टी
की घोषणा की। मस्क का
कहना है कि यह
पार्टी अमेरिका के मौजूदा "एक-पक्षीय सिस्टम" को चुनौती देगी
जो उनके अनुसार देश
को बर्बाद करने वाली बेकार
खर्च और भ्रष्टाचार को
बढ़ावा देता है।
By a factor of 2 to 1, you want a new political party and you shall have it!
— Elon Musk (@elonmusk) July 5, 2025
When it comes to bankrupting our country with waste & graft, we live in a one-party system, not a democracy.
Today, the America Party is formed to give you back your freedom. https://t.co/9K8AD04QQN
मस्क
का यह कदम ट्रंप
के साथ उनके बढ़ते
मतभेदों का नतीजा माना
जा रहा है। पहले
ट्रंप के करीबी सहयोगी
रहे मस्क ने हाल
ही में ट्रंप प्रशासन
की नीतियों खासकर नए टैक्स-कट
और खर्च बिल की
आलोचना की थी। मस्क
ने दावा किया कि
यह बिल देश को
आर्थिक रूप से कमजोर
करेगा और लाखों नौकरियों
को खतरे में डालेगा।
अमेरिका पार्टी
का
लक्ष्य
मस्क
ने संकेत दिया है कि
'अमेरिका पार्टी' 2026 के मध्यावधि चुनावों
में हिस्सा ले सकती है।
उनका लक्ष्य है कि यह
पार्टी कुछ चुनिंदा हाउस
और सीनेट सीटों पर ध्यान केंद्रित
करे, जहां वह महत्वपूर्ण
विधायी फैसलों को प्रभावित कर
सके। मस्क ने कहा
"हमारा उद्देश्य है कि सीनेट
की 2-3 और हाउस की
8-10 सीटों पर जीत हासिल
कर हम विवादास्पद कानूनों
पर जनता की असली
इच्छा को सुनिश्चित करें।"
उन्होंने
यह भी स्पष्ट किया
कि यह पार्टी न
तो रिपब्लिकन और न ही
डेमोक्रेट के साथ गठबंधन
करेगी बल्कि स्वतंत्र रूप से काम
करेगी। मस्क का दावा
है कि यह पार्टी
उन 80% अमेरिकियों का प्रतिनिधित्व करेगी
जो मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था से असंतुष्ट हैं।
ट्रंप के
साथ
तनाव
मस्क
और ट्रंप के बीच तनाव
तब बढ़ा जब ट्रंप
ने मस्क की कंपनियों
को मिलने वाली सरकारी सब्सिडी
को रद्द करने की
धमकी दी और यहां
तक कि मस्क को
दक्षिण अफ्रीका वापस भेजने की
बात कही। इसके जवाब
में मस्क ने ट्रंप
पर निशाना साधते हुए कहा कि
यह बिल रातोंरात पारित
किया गया, जिसे न
तो उन्होंने देखा और न
ही कांग्रेस के ज्यादातर सदस्यों
को पढ़ने का मौका मिला।
मस्क ने ट्रंप के
खिलाफ तीखी टिप्पणियां कीं,
जिसमें उन्होंने यह तक कहा
कि अगर ट्रंप इस
तरह की नीतियां लागू
करते रहे तो उन्हें
महाभियोग का सामना करना
पड़ सकता है।
चुनौतियां और
भविष्य
हालांकि
मस्क की संपत्ति और
प्रभावशाली व्यक्तित्व इस पार्टी को
ताकत दे सकते हैं
लेकिन विशेषज्ञों का मानना है
कि अमेरिका में तीसरी पार्टी
का रास्ता आसान नहीं है।
पिछले 160 वर्षों से अमेरिकी राजनीति
पर डेमोक्रेट और रिपब्लिकन का
दबदबा रहा है, और
तीसरी पार्टियों को राष्ट्रीय स्तर
पर सफलता मिलना मुश्किल रहा है। उदाहरण
के लिए लिबरटेरियन पार्टी
जो अमेरिका की सबसे बड़ी
तीसरी पार्टी है, के पास
कांग्रेस में कोई प्रतिनिधित्व
नहीं है।
फिलहाल
'अमेरिका पार्टी' की संरचना, फंडिंग
और नेतृत्व के बारे में
ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है।
यह भी स्पष्ट नहीं
है कि क्या मस्क
स्वयं 2028 के राष्ट्रपति चुनाव
में हिस्सा लेंगे। हालांकि, मस्क के इस
कदम ने अमेरिकी राजनीति
में एक नई बहस
छेड़ दी है और
2026 के मध्यावधि चुनावों में इसका प्रभाव
देखना दिलचस्प होगा।
निष्कर्ष
एलन
मस्क की 'अमेरिका पार्टी'
अमेरिकी राजनीति में एक नया
प्रयोग है, जो मौजूदा
दो-पक्षीय व्यवस्था को चुनौती देने
का वादा करती है।
मस्क का यह दावा
कि वह लोगों की
आजादी वापस लौटाएंगे, ने
उनके समर्थकों में उत्साह पैदा
किया है, लेकिन इस
नई पार्टी का भविष्य अनिश्चितताओं
से भरा है। क्या
यह पार्टी वाकई अमेरिकी राजनीति
को बदल पाएगी? यह
सवाल समय के साथ
ही जवाब देगा।
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