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ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2025: पीएम मोदी ने रियो डी जनेरियो में की वैश्विक सुधारों की वकालत |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने वैश्विक शासन में सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया और ग्लोबल साउथ के हितों को प्राथमिकता देने की बात कही।
ग्लोबल साउथ
के
लिए
आवाज
पीएम
मोदी ने कहा कि
ग्लोबल साउथ को जलवायु
वित्त सतत विकास, और
प्रौद्योगिकी तक पहुंच जैसे
मुद्दों पर केवल "प्रतीकात्मक
इशारे" मिले हैं। उन्होंने
वैश्विक संस्थानों जैसे संयुक्त राष्ट्र
सुरक्षा परिषद, विश्व व्यापार संगठन, और बहुपक्षीय विकास
बैंकों में व्यापक सुधारों
की मांग की। "20वीं
सदी के टाइपराइटर 21वीं
सदी के सॉफ्टवेयर को
नहीं चला सकते," उन्होंने
तकनीकी प्रगति के साथ वैश्विक
संस्थानों के अपडेट न
होने पर तंज कसते
हुए कहा।
At the BRICS Summit in Rio de Janeiro, Brazil, addressed the session on ‘Peace and Security and Reform of Global Governance.’ Expressed my views on why the voice of the Global South is more important than ever before and why it’s essential that global institutions provide… pic.twitter.com/XNqG8v1BXk
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2025
आतंकवाद के
खिलाफ
कड़ा
रुख
प्रधानमंत्री
ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में
22 अप्रैल को हुए आतंकी
हमले का जिक्र करते
हुए इसे न केवल
भारत बल्कि पूरी मानवता पर
हमला बताया। उन्होंने ब्रिक्स देशों से आतंकवाद के
खिलाफ एकजुट कार्रवाई और आतंकियों पर
प्रतिबंध लगाने में किसी भी
तरह की हिचकिचाहट न
बरतने का आह्वान किया।
ब्रिक्स का
विस्तार
और
समावेशिता
मोदी
ने ब्रिक्स के विस्तार को
समय के साथ बदलाव
की मिसाल बताया, जिसमें मिस्र, इथियोपिया, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, और
इंडोनेशिया जैसे नए सदस्य
शामिल हुए हैं। उन्होंने
ब्रिक्स को एक समावेशी
और बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की दिशा में
एक महत्वपूर्ण मंच बताया।
नेताओं के
साथ
मुलाकात
और
एकजुटता
सम्मेलन
के दौरान पीएम मोदी ने
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़
इनासियो लूला दा सिल्वा
और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल
रामाफोसा सहित कई नेताओं
के साथ मुलाकात की।
पारंपरिक ग्रुप फोटो सत्र में
सभी नेताओं ने एकजुटता और
सहयोग का संदेश दिया।
भारत की
मेजबानी
का
न्योता
प्रधानमंत्री
ने 2026 में भारत में
होने वाले अगले ब्रिक्स
शिखर सम्मेलन के लिए सभी
नेताओं को आमंत्रित किया।
उन्होंने भारत की शांति
और भाईचारे की प्रतिबद्धता को
दोहराया जिसे महात्मा गांधी
और गौतम बुद्ध की
शिक्षाओं से प्रेरणा मिलती
है।
ब्रिक्स की
वैश्विक
भूमिका
मोदी
ने कहा कि ब्रिक्स
वैश्विक आर्थिक सहयोग और शांति के
लिए एक शक्तिशाली मंच
है, जो विश्व की
49.5% आबादी और 40% जीडीपी का प्रतिनिधित्व करता
है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, और राष्ट्रीय मुद्राओं
में व्यापार को बढ़ावा देने
जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
पीएम
मोदी की यह यात्रा
उनके पांच देशों के
दौरे का चौथा चरण
है जिसमें वे घाना, त्रिनिदाद
और टोबैगो, और अर्जेंटीना जा
चुके हैं। सम्मेलन के
बाद वे ब्राजील की
राजधानी ब्रासीलिया में द्विपक्षीय यात्रा
पर जाएंगे।
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